August 18, 2025
IndiGo Flight Accident: बेंगलुरु से आए विमान के साथ मुंबई में क्या हुआ?

IndiGo Flight Accident: बेंगलुरु से आए विमान के साथ मुंबई में क्या हुआ?

मुंबई एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, लैंडिंग के वक्त रनवे से टकराया इंडिगो प्लेन का पिछला हिस्सा

हवाई जहाज का सफर सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कई बार मौसम की खराबी या तकनीकी दिक्कतों के चलते बड़ी घटनाएं होते-होते बच जाती हैं। ऐसी ही एक घटना मुंबई एयरपोर्ट पर इंडिगो (IndiGo) की एक फ्लाइट के साथ हुई, जब बेंगलुरु से आ रहा विमान लैंडिंग के समय रनवे से टकरा गया। गनीमत रही कि इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन इसने हवाई सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह घटना इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-6325 के साथ हुई, जो बेंगलुरु से मुंबई के लिए उड़ान पर थी। जब विमान मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतर रहा था, तो लैंडिंग के दौरान विमान का पिछला हिस्सा (जिसे ‘टेल’ कहते हैं) रनवे से जोर से टकरा गया। इस तरह की घटना को एविएशन की भाषा में ‘टेल स्ट्राइक’ (Tail Strike) कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति होती है क्योंकि इससे विमान के ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है।

लैंडिंग के बाद पायलट को तुरंत समझ आ गया था कि कुछ गड़बड़ हुई है। विमान को पार्किंग बे में ले जाने के बाद जब इंजीनियरों ने जांच की, तो उन्होंने पाया कि विमान के पिछले हिस्से को काफी नुकसान हुआ है।

क्यों और कैसे हुआ यह हादसा?

প্রাথমিক जानकारी के अनुसार, इस घटना का मुख्य कारण मुंबई का खराब मौसम था। उस समय मुंबई में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही थीं, जिसके कारण पायलट को विमान को संभालने में मुश्किल हुई। खराब मौसम में लैंडिंग के समय विमान का संतुलन बनाना एक बहुत बड़ी चुनौती होती है। माना जा रहा है कि तेज हवा के झोंके या विजिबिलिटी कम होने के कारण पायलट से विमान की ऊंचाई का सही अंदाजा लगाने में चूक हुई और विमान का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया।

हालांकि, असली कारण क्या था, यह पूरी जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।

अब आगे क्या होगा?

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए विमानन नियामक संस्था, यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

  • विमान ग्राउंडेड: जिस विमान के साथ यह हादसा हुआ, उसे फिलहाल उड़ान भरने से रोक दिया गया है (ग्राउंडेड कर दिया गया है)। जब तक इसकी पूरी तरह से मरम्मत और जांच नहीं हो जाती, यह दोबारा उड़ान नहीं भर सकेगा।

  • पायलटों से पूछताछ: डीजीसीए ने इस विमान को उड़ा रहे दोनों पायलटों को भी जांच पूरी होने तक किसी दूसरी उड़ान पर जाने से मना कर दिया है। उनसे इस घटना के बारे में विस्तार से पूछताछ की जाएगी।

  • जांच शुरू: डीजीसीए की टीम अब यह पता लगाएगी कि क्या यह सिर्फ मौसम की वजह से हुई एक मानवीय भूल थी या इसके पीछे कोई तकनीकी कारण भी था।

इस तरह की घटनाएं हवाई सफर की सुरक्षा के लिए एक चेतावनी की तरह होती हैं। अच्छी बात यह है कि इस मामले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और सभी लोग सुरक्षित बच गए।